नई दिल्ली.
बुधवार को घरेलू वायदा बाजार में मेंथा ऑयल के भाव में तेजी देखने को मिली. सुबह 10.30 बजे के आसपास कमोडिटी एक्सचेंज MCX पर मेंथा ऑयल का कॉन्ट्रैक्ट 12.80 रुपये या 0.79 फीसदी की तेजी के साथ 1627.60 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया.
केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया का कहना है कि उत्पादक क्षेत्रों में मेंथा की बुआई में धीमी शुरुआत के चलते दो दिन से भाव में तेजी दिख रही है. लेकिन इस साल मेंथा ऑयल का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है. इस वजह से मेंथा ऑयल का भाव 1650 रुपये के ऊपर टिक नहीं पा रहा है.
एमसीएक्स पर आज के कारोबार में निवेशकों को 1640 रुपये के स्तर पर बिकवाली करनी चाहिए. निवेशकों को 1655 रुपये के भाव पर स्टॉपलॉस लगाना चाहिए. आज के कारोबार में एमसीएक्स पर 1600 रुपये प्रति किलोग्राम का लक्ष्य रखना चाहिए.
चालू सीजन में देश में मेंथा ऑयल का उत्पादन 50 हजार टन के पार जा सकता है. मेंथा उद्योग से जुड़े कारोबारियों और किसानों का मानना है कि इस साल मेंथा तेल का उत्पादन करीब 40 फीसदी बढ़ने का अनुमान है. पिछले सीजन में मेंथा ऑयल का कुल उत्पादन करीब 32-33 हजार टन के आसपास था.
नील्सन के सर्वे के मुताबिक, 2019 में एफएमसीजी कंपनियों की ग्रोथ दर 11-12 फीसदी रह सकती है, जबकि 2018 में इस सेक्टर की ग्रोथ 13.8 फीसदी थी. गौरतलब है कि इमामी, पंतजलि , मैरिको और बजाज जैसी कंपनियां बड़े पैमाने पर मेंथा ऑयल की खरीद करती हैं.
मेंथा का इस्तेमाल दवाएं, सौंदर्य उत्पाद, टूथपेस्ट के साथ ही कंफ्केशनरी उत्पादों में होता है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा मेंथा उत्पादक और निर्यातक है. इंडस्ट्री के आकंड़ों के मुताबिक पिछले वर्ष पूरी दुनिया में 45000-48000 टन के बीच उत्पादन हुआ था, जिसमें से अकेले भारत ने 30,000 टन का उत्पादन किया था.
बुधवार को घरेलू वायदा बाजार में मेंथा ऑयल के भाव में तेजी देखने को मिली. सुबह 10.30 बजे के आसपास कमोडिटी एक्सचेंज MCX पर मेंथा ऑयल का कॉन्ट्रैक्ट 12.80 रुपये या 0.79 फीसदी की तेजी के साथ 1627.60 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया.
केडिया कमोडिटी के एमडी अजय केडिया का कहना है कि उत्पादक क्षेत्रों में मेंथा की बुआई में धीमी शुरुआत के चलते दो दिन से भाव में तेजी दिख रही है. लेकिन इस साल मेंथा ऑयल का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है. इस वजह से मेंथा ऑयल का भाव 1650 रुपये के ऊपर टिक नहीं पा रहा है.
एमसीएक्स पर आज के कारोबार में निवेशकों को 1640 रुपये के स्तर पर बिकवाली करनी चाहिए. निवेशकों को 1655 रुपये के भाव पर स्टॉपलॉस लगाना चाहिए. आज के कारोबार में एमसीएक्स पर 1600 रुपये प्रति किलोग्राम का लक्ष्य रखना चाहिए.
चालू सीजन में देश में मेंथा ऑयल का उत्पादन 50 हजार टन के पार जा सकता है. मेंथा उद्योग से जुड़े कारोबारियों और किसानों का मानना है कि इस साल मेंथा तेल का उत्पादन करीब 40 फीसदी बढ़ने का अनुमान है. पिछले सीजन में मेंथा ऑयल का कुल उत्पादन करीब 32-33 हजार टन के आसपास था.
नील्सन के सर्वे के मुताबिक, 2019 में एफएमसीजी कंपनियों की ग्रोथ दर 11-12 फीसदी रह सकती है, जबकि 2018 में इस सेक्टर की ग्रोथ 13.8 फीसदी थी. गौरतलब है कि इमामी, पंतजलि , मैरिको और बजाज जैसी कंपनियां बड़े पैमाने पर मेंथा ऑयल की खरीद करती हैं.
मेंथा का इस्तेमाल दवाएं, सौंदर्य उत्पाद, टूथपेस्ट के साथ ही कंफ्केशनरी उत्पादों में होता है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा मेंथा उत्पादक और निर्यातक है. इंडस्ट्री के आकंड़ों के मुताबिक पिछले वर्ष पूरी दुनिया में 45000-48000 टन के बीच उत्पादन हुआ था, जिसमें से अकेले भारत ने 30,000 टन का उत्पादन किया था.
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