नई दिल्ली: बुधवार के कारोबार में मेंथा ऑयल में मामूली तेजी दिख रही है. एमसीएक्स पर मेंथा ऑयल का भाव करीब 5 रुपये चढ़कर 1254 रुपये प्रति किलो के भाव पर कारोबार कर रहा था.
संभल के मेंथा कारोबारी और ग्लोरियस केमिकल्स के निदेशक अनुराग रस्तोगी ने बताया कि प्रमुख उत्पादक इलाकों में मेंथा ऑयल की नई फसल की आवक में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है. हालांकि, मांग अब भी कमजोर बनी हुई है. उनका कहना है कि मंगलवार को कीमतों में गिरावट के चलते कुछ रिकवरी दिख रही है. लेकिन आने वाले दिनों में भाव में नरमी के ही संकेत हैं. एक्सपोर्ट मांग काफी कम है. इस साल फसल भी पिछले साल से काफी ज्यादा है. इस साल मेंथा ऑयल का उत्पादन 40 हजार टन का आंकड़ा पार कर सकता है. रस्तोगी के मुताबिक, वायदा में मेंथा ऑयल का भाव 30-40 रुपये गिर सकता है.
रेलीगेयर सिक्योरिटीज में कमोडिटी रिसर्च विभाग के सीनियर मैनेजर अभिजीत बनर्जी के मुताबिक, हाजिर बाजारों में सप्लाई बढ़ने से मेंथा ऑयल के दाम गिरे हैं. ऐसे में उनका कहना है कि एमसीएक्स पर आज मेंथा ऑयल के जुलाई वायदा में 1260-65 के आसपास बिकवाली की सलाह है. दो कारोबारी सत्रों में 1240-1230 रुपये किलोग्राम का लक्ष्य रखें.
मेंथा का इस्तेमाल दवाएं, सौंदर्य उत्पाद, टूथपेस्ट के साथ ही कंफेक्शनरी उत्पादों में सबसे ज्यादा होता है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा मेंथा ऑयल उत्पादक और निर्यातक है. मेंथा ऑयल की सबसे ज्यादा पैदावार यूपी में होती है. देश में होने वाले कुल मेंथा ऑयल के उत्पादन में यूपी की हिस्सेदारी करीब 80 फीसदी है. पश्चिमी यूपी के जिले संभल, रामपुर, चंदौसी मेंथा का उत्पादन करने वाले बड़े क्षेत्र हैं, जबकि लखनऊ के पास बाराबंकी जिला भी मेंथा ऑयल का प्रमुख उत्पादक क्षेत्र है.
इंडस्ट्री के अनुमान के मुताबिक, इस साल मेंथा ऑयल का उत्पादन 25-30 फीसदी ज्यादा रहने का अनुमान है. इस साल उत्पादन 40,000-45,000 टन के आसपास रह सकता है. पिछले सत्र में मेंथा ऑयल का उत्पादन 32,500-35000 टन के आसपास था.
मिस्ड कॉल@8817002233 व्हाट्सएप@6262029208
हमें मेल करें = starindiamarketresearch@gmail.com
No comments:
Post a Comment