कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया (सीएआई) ने कपास फसल वर्ष 2018-19 में उत्पादन का अनुमान कम कर दिया है. संगठन के अनुसार इस दौरान कपास का उत्पादन 7 लाख गांठ घटकर 321 लाख गांठ रहने का अनुमान है. एसोसिएशन ने मंगलवार को कहा कि पिछले कपास सीजन 2017-18 में कुल उत्पादन 365 लाख गांठ था. कपास का मार्केटिंग सीजन 1 अक्टूबर से 30 सितंबर तक चलता है. फरवरी में हुई उत्पादन की समीक्षा के बाद यह दूसरा मौका है जब कपास उत्पादन का अनुमान कम किया गया है. उस समय कपास उत्पादन का अनुमान कम कर 328 लाख गांठ कर दिया गया था.
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एसोसिएशन ने तेलंगाना के मामले में 4 लाख गांठ, गुजरात और आंध्र प्रदेश में 1-1 लाख गांठ महाराष्ट्र में 80,000 गांठ, कर्नाटक में 75,000 गांठ उत्पादन में कटौती की है. वहीं तमिलनाडु तथा ओड़िशा में क्रमश: 50,000 गांठ और 5,000 गांठ की वृद्धि का अनुमान जताया है.
फसल अनुमान में गिरावट का मुख्य कारण कपास उगाने वाले कई क्षेत्रों में मुख्य रूप से कम बारिश का होना है. इस वर्ष लगभग 123 लाख हेक्टेयर में कपास की बुआई हुई है. विशेष रूप से, गुजरात जैसे राज्यों में 28 फीसदी बारिश की कमी रही थी.
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Commodity Update |
एसोसिएशन ने तेलंगाना के मामले में 4 लाख गांठ, गुजरात और आंध्र प्रदेश में 1-1 लाख गांठ महाराष्ट्र में 80,000 गांठ, कर्नाटक में 75,000 गांठ उत्पादन में कटौती की है. वहीं तमिलनाडु तथा ओड़िशा में क्रमश: 50,000 गांठ और 5,000 गांठ की वृद्धि का अनुमान जताया है.
फसल अनुमान में गिरावट का मुख्य कारण कपास उगाने वाले कई क्षेत्रों में मुख्य रूप से कम बारिश का होना है. इस वर्ष लगभग 123 लाख हेक्टेयर में कपास की बुआई हुई है. विशेष रूप से, गुजरात जैसे राज्यों में 28 फीसदी बारिश की कमी रही थी.
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